कहा – एक महीने से इधर से उधर दौड़ाया जा रहा है, केजरीवाल सरकार पर लगाया परेशान करने का आरोप, महिला मार्शल भी परेशान
नई दिल्ली। कंझावला कलस्टर बंद के बाद यहां पर काम करने वाले मार्शल सड़क पर आ गए हैं। इन मार्शलों का कहना है कि उनको कहा जा रहा है कि जो डिपो dmts के अंतर्गत आते हैं आप वहां पर ट्रांसफर ले लो। इनका कहना है कि सबसे पहले उनसे कहा गया कि अपने जिले उत्तर पश्चिमी जिले रानीखेड़ा ट्रांसफर ले लो और फिर बवाना और अब दूसरे डिपो पर ट्रांसफर लेनी की बात की जा रही है।
इन मार्शलों का कहना है कि यह डिपो जो कि हमारे उत्तर पश्चिमी जिले से 20-25 किलोमीटर दूर है और वहां पर आने जाने में काफी दिक्कत है। इनका कहना है कि उनकी जो मातृशक्ति है वह कैसे वहां पर जाएंगी ? उनके घर में छोटे छोटे बच्चे हैं। घर गृहस्थी का भी काम होता हैं। उनका कहना है कि इतनी दूर आना-जाना कैसे करेंगी ? वह तो बिल्कुल असुरक्षित हैं वह दूसरों की सुरक्षा कैसे करेंगे ?
इन लोगों का कहना है कि मार्शल भाई भी जो हैं। रात दिन कैसे आएंगे ? कैसे जाएंगे ? उनको यही गम सता रहा है कि इतनी दूर से कैसे काम करेंगे ? हम एक महीने से बेरोजगारी हैं, काफी लोग परेशान हैं, बेरोजगार हैं।
मार्शल ज्योति का कहना है कि उनको बच्चों की फीस देनी है और और घर के खर्चे खाना खर्चा पानी बिजली का बिल और अन्य खर्चे पूरे करने होते हैं। इसी सेलरी से मेरे पति भी खाते हैं। वह बीमार रहते हैं। मार्शल नितिन ने बताया कि उनके पिताजी की जॉब छुट गई थी। लॉकडाउन में तो मैं अकेला ही घर में कमाने वाला हूं. मैं कैसे घर के सारे खर्च पूरे करू ? हम काफी दिनों से मुख्यमंत्री निवास और सचिवालय में धक्के खा रहे हैं कोई हमसे मिलता नहीं। बाहर गेट से ही भगा देते हैं।
इन मार्शलों ने बताया कि हम लोग थक हार कर आज कैलाश परिवहन मंत्री कैलाश के रोड के नजफगढ़ वाले ऑफिस पर हमने धरना दे दिया। अब वह कह रहे हैं कि आप सचिवालय में सोमवार को चले जाना। आपका काम हो जाएगा। बस यह झूठा आश्वासन देते हैं। मार्शलों का कहना है कि दिल्ली सरकार से ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर और डीटीसी विभाग के अधिकारियों से उनका निवेदन है कि वे लोग एजेंडा बनाते हो कि मार्शल महिलाओं की सुरक्षा करेंगे। तो आप हमें बेरोजगार ना करें जल्द से जल्द हमारा रोजगार हमें प्रदान करें। हमारी मांगे कि हमारे जो ट्रांसफर और पोस्टिंग है वह हमारे जिले उत्तर पश्चिम जिले के अन्य डिपो में कर दी जाए।
इन लोगों का कहना है कि मार्शल भाई भी जो हैं। रात दिन कैसे आएंगे ? कैसे जाएंगे ? उनको यही गम सता रहा है कि इतनी दूर से कैसे काम करेंगे ? हम एक महीने से बेरोजगारी हैं, काफी लोग परेशान हैं, बेरोजगार हैं।
मार्शल ज्योति का कहना है कि उनको बच्चों की फीस देनी है और और घर के खर्चे खाना खर्चा पानी बिजली का बिल और अन्य खर्चे पूरे करने होते हैं। इसी सेलरी से मेरे पति भी खाते हैं। वह बीमार रहते हैं। मार्शल नितिन ने बताया कि उनके पिताजी की जॉब छुट गई थी। लॉकडाउन में तो मैं अकेला ही घर में कमाने वाला हूं. मैं कैसे घर के सारे खर्च पूरे करू ? हम काफी दिनों से मुख्यमंत्री निवास और सचिवालय में धक्के खा रहे हैं कोई हमसे मिलता नहीं। बाहर गेट से ही भगा देते हैं।
इन मार्शलों ने बताया कि हम लोग थक हार कर आज कैलाश परिवहन मंत्री कैलाश के रोड के नजफगढ़ वाले ऑफिस पर हमने धरना दे दिया। अब वह कह रहे हैं कि आप सचिवालय में सोमवार को चले जाना। आपका काम हो जाएगा। बस यह झूठा आश्वासन देते हैं। मार्शलों का कहना है कि दिल्ली सरकार से ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर और डीटीसी विभाग के अधिकारियों से उनका निवेदन है कि वे लोग एजेंडा बनाते हो कि मार्शल महिलाओं की सुरक्षा करेंगे। तो आप हमें बेरोजगार ना करें जल्द से जल्द हमारा रोजगार हमें प्रदान करें। हमारी मांगे कि हमारे जो ट्रांसफर और पोस्टिंग है वह हमारे जिले उत्तर पश्चिम जिले के अन्य डिपो में कर दी जाए।