[bs-embed url=”https://youtu.be/JD_pLdLk4iI”]https://youtu.be/JD_pLdLk4iI[/bs-embed]
पूर्वी दिल्ली का कचरा बाहरी दिल्ली के रानी खेडा में फैकने आए ट्रकों को लेकर रानी खेडा के ग्रामीणों का धरणा दूसरे दिन भी जारी रहा। पूर्वी नगर निगम के पचास से ज्यादा ट्रक कूड़ा और मरे हुए मवेशियों के अवशेष लेकर बाहरी दिल्ली के रानी खेडा आ गए तो ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा और इसके विरोध में खड़े हो गए बाहरी दिल्ली के बड़े हिस्से में इसका विरोध शुरू हो गया है। डंपिंग साइट पर ग्रामीणों ने टेंट लगा दिए और स्थानीय नेता भी यहाँ आकर ग्रामीणों के पक्ष में खड़े हो गए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि 10 साल से ज्यादा समय के बीत जान के बाद भी उनकी अधिग्रहण की गई जमीन पर कोई विकास कार्य नही हुआ बल्कि अब यहाँ मलबा और कूड़े को डालने का प्लान बनाया जा रहा। फिलहाल पूरी दिल्ली नगर निगम ने यहाँ पूर्वी दिल्ली के कूड़े को डालना शुरू कर दिया हैं।ग्रामीणों के पहुँचने से पहले दो ट्रक खाली हो चुके थे। ग्रामीणों ने टेंट लगाकर धरना देना शुरु कर दिया है और लोगों का कहना है की यहां खेती होती है और यहां की हरी-भरी हरियाली यहा कूड़े से नरक बन जाएगी। इन लोगों ने LG साहब से गुहार लगाते हुए राहत की मांग की है।आम आदमी पार्टी के स्थानीय विधायक भी लोगो के साथ धरने में शामिल हो चुके हैं। विधायक का कहना कि वो लोगों की समस्या को एलजी साहब तक पहुंचाएंगे।पूर्वी दिल्ली में गाज़ीपुर डंपिंग साइट पर हुए हादसे के बाद जहाँ इसको लेकर राजनैतिक दलों में भी जिम्मेदारी और जबाबदेही की जंग शुरू हो गयी है वहीँ दिल्ली नगर निगम के लिए नयी डंपिंग साइट की तलाश भी एक नयी चुनौती बन गयी है। समय रहते इस गंभीर समस्या पर किसी ने ध्यान नहीं दिया अब यह समस्या दिल्ली के लिए नासूर बन सकती है।