Saturday, April 27, 2024
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Faith : वज़ीर पुर के मंदिरों में भक्तों की बढ़ी सक्रियता

Faith : हर मंगलवार को हर मंदिर में भारी संख्या में जा रहे हैं लोग 

दिल्ली दर्पण टीवी ब्यूरो 

अशोक विहार। देश के बदले माहौल में दिल्ली में भी सनातन संरकृति को लेकर लोगों में जबरदस्त जागरूकता पैदा हुयी है।  दिल्ली में ज्यादातर मंदिरों में हर मंगलवार हनुमान चालीसा का पाठ होता है और लोग उसमें शामिल भी हो रहे है। वज़ीर पुर क्षेत्र में लोगों में जबरदस्त जागरूकता और उत्साह का माहौल है। यूँ तो यहाँ के कई मंदिरों हर मंगलवार हनुमान चालिसा पिछले कुछ महीने से नियमित रूप से हो रही है लेकिन अशोक विहार के सबसे बड़े और भव्य मंदिर श्रीराम कृष्ण मंदिर में हनुमान चालीसा के साथ साथ आरती का भी आयोजन हो रहा है।

फेडरेशन ऑफ़ अशोक विहार आरडब्लूए अध्यक्ष डॉ एचसी गुप्ता और अग्रोहा विकास ट्रष्ट के अध्यक्ष नन्द किशोर अग्रवाल ने अशोक विहार की समस्त संस्थाओं को ऐसा जोड़ा कि यहाँ हर मंगलवार को शाम साढ़े सात बजे होने वाली हनुमान चालीसा और उसके पश्चात् महाआरती पर बड़ी तादाद में अशोक विहार के प्रमुख लोग भी शामिल होते है। ऐसा है माहौल वज़ीर पुर के नीमड़ी और इसके आसपास के मंदिरों में भी लोग अपना समय निकाल कर मंदिरों में हर मंगलवार हनुमान चालीसा पाठ कर रहे है। इन मंदिरों में हनुमान चालीसा का पाठ शुरू करने और लोगों को जोड़ने में हिन्दू सिंह वाहिनी सेना अहम भूमिका निभा रही है। इसकी कमान चैयरमैन बबलेश पंडित और मंदिर के प्रमुख पुजारी आचार्य महेंद्र चतुर्वेदी संभाल रहे है। गौरी शंकर मंदिर में हर मंगलवार हनुमान चालीसा का पाठ नियमित रूप से हो रहा है। यहाँ कई प्रशासनिक अधिकारी और इलाके के गणमान्य लोग भी चालीसा पाठ में शामिल होते है।

हनुमानक चालीसा का गज़ब गायकी सुनाने का मौक़ा यहाँ भक्तों को मिलता है।  गौरीशंकर मंदिर में हर देवी देवता , ग्रह आदि की मूर्ति स्थापित है। लेकिन यहाँ की सबसे बड़े और चमत्कारिक बात यहाँ पिछले 16 साल से चल रहा अखंड रामायण पाठ है। यहाँ पिछले 16 साल एक सेकंड के लिए भी पाठ नहीं रुका। यहाँ हर मंगलवार सुबद्ध साढ़े दस बजे और इसके पश्चात् शाम सात बजे पास ही  स्थित अशोक विहार फेज -4 में शिव शक्ति मंदिर में लोग बड़ी संख्या में हनुमान चालीसा पाठ में शामिल होते है। ऐसा है माहौल केशव पुरम इलाके का है। यहाँ भी कई मंदिरों में हनुमान चालीसा का पाठ हर मंगलवार नियमित रूप से होता है। केशव पुरम सी-7 ब्लॉक RWA में तो ऐसा उत्साह है की यहाँ के लोगों ने हनुमान चालीसा पाठ परिवार ही बना लिया। यहाँ की आरडब्लूसी अपने मंदिर में खुद तो नियमित रूप से हनुमान चालीसा पाठ करती ही आ रही है साथ ही आस पास के लोगों को भी निशुल्क हनुमान चालीसा के लिए तैयार रहती है। यहाँ भी अच्छे गायक हनुमान चालीसा का पाठ करते है। आरडब्लूए प्रधान आर के गुलाटी कहतें है हमारी आरडब्लूए अपनी हर समस्या और सुविधा के लिए तो एकजुटा के साथ काम करती है लेकिन हम सनातन धर्म और संस्कृति की रक्षा करना भी हमारा धर्म है। यही सोचकर हम हर मंगलवार हनुमान चालीसा में अपने बच्चों और लोगों को शामिल होने के लिए प्रेरित करते है। आस पास के लिए निशुल्क हनुमान चालीसा पाठ हेतु सुविधा उपलब्ध कराते है। वज़ीर पुर के हर क्षेत्र के मंदिरों में यदि भक्तों की सक्रियता और संख्या बढ़ी है तो इसमें धर्म नगर अशोक विहार इस मुहीम का केंद्र नजर आ रहा है। अशोक विहार के कारोबारी लोग जितना समय मंदिर के लिए और धर्म कर्म के लिए निकाल रहे है वह उनके लिए आसान नहीं है। जाहिर है वे भी मन से महसूस करने लगे है कि अब हिन्दू समाज का जगाना होगा ,धर्म की रक्षा करनी होगी ,धर्म की रक्षा की राष्ट्र की मजबूती है। 

दिल्ली के मंदिरों में हनुमाना चालीसा ,मंदिर प्रकोष्ठ की मुहीम का असर   दिल्ली के मंदिरों में हर मंगलवार हनुमान चालीसा का आह्वान दिल्ली बीजेपी के मंदरी प्रकोष्ठ संयोजक करनैल सिंह ने भी कुछ महीने पहले किया था। दिल्ली के मंदिरों के पुजारियों के मानदेय ,मंदिरों को सुविधाओं की मांग कर रहे करनैल सिंह ढाई लाख पुजारियों को जोड़ चुके है। हर जिला मंदिर प्रकोष्ठ अपने अपने क्षेत्र में मंदिरों से सम्पर्क साध रहा है और उन्हें  प्रोत्साहित कर रहा है। मंदिर प्रकोष्ठ संयोजक अपनी मीटिंग और सभाओं में दिल्ली सरकार पर आरोप भी लगते है की वह धार्मिक आधार पर भेदभाव कर रही है। देश में सनातन धर्म और सनातन संस्कृति को समाप्त करने की कौशिस लगातार होती रहे है। वे सावधान करते है की सनातन संस्कृति मजबूत है तो राष्ट्र मजबूत है। वे महिलाओं से भी आग्रह करते है की मंदिरों में बच्चों को लाएं ,उन्हें प्रतिदिन टीका लगाए और एक महीने में ही परिणाम पाए की बच्चों में कितना बदलाव आया है। दिल्ली में मंदिर प्रकोष्ठ के आह्वान ” हर मंगलवार हनुमान चालीसा ” के बाद मंदिरों में हनुमाना चालीसा पाठ होने की संख्या बढ़ने लगी है।

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