Friday, April 26, 2024
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Delhi Mcd Election : कहीं राजनीतिक खेल तो नहीं अखिलेश पति त्रिपाठी के पीए की गिरफ्तारी ?

चुनाव को दिलचस्प बना रही आम आदमी पार्टी की बढ़ती ताकत 

सीएस राजपूत 

इसे चुनाव आयोग की सख्ती कहें या फिर एमसीडी चुनाव लड़ने की रणनीति कि टिकट देने के बदले रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ्तारियां होनी शुरू हो गई हैं। इस आरोप में मॉडल टाउन सीट से विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी के पीए और उनके साले समेत समेत कई लोगों को भ्र्ष्टाचार निरोधक शाखा ने गिरफ्तार किया है।

इन गिरफ्तारियों को नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि एसीबी जल्द ही अखिलेश के साथ अन्य एक विधायक राजेश को भी गिरफ्तार कर सकती है। दरअसल अखिलेश पति त्रिपाठी के पीए और साले पर दिल्ली एमसीडी चुनाव में गोपाल खारी नाम के शख्स ने 90 लाख रुपये रिश्वत लेने का आरोप लगाया है। गोपाल ने यह शिकायत सोमवार शाम को एसीबी से की थी, जिसके बाद कार्रवाई की कड़ी में गिरफ्तारी की गई है। 

शिकायत की गई है कि AAP विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी के साले और पीए ने गोपाल खारी से 90 लाख रुपये लेकर दिल्ली नगर निगम चुनाव में  कमला नगर वार्ड से टिकट देने का आश्वासन दिया था। शिकायत मिलने पर ACB ने आम आदमी पार्टी के मॉडल टाउन से विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी के पीए शिव शंकर पांडे, साले ओम सिंह और सहयोगी प्रिंस रघुवंशी को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है। 

दरअसल कोई भी चुनाव हो उसे जीतने के लिए हर दल अपने-अपने हिसाब से हर हथकंडा अपनाता है। ऐसा ही दिल्ली एमसीडी चुनाव में भी देखने को मिल रहा है। दिल्ली एमसीडी चुनाव में इस बार मुकाबला बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच माना जा रहा है। बीजेपी जहां आम आदमी पार्टी को केजरीवाल के मंत्रियों सत्येंद्र जैन और मनीष सिसोदिया मामले में घेरने में लगी है तो आम आदमी पार्टी एमसीडी में भ्रष्टाचार को लेकर। आम आदमी पार्टी ने कूड़े के पहाड़ मुख्य मुद्दा बनाया है। 

दिल्ली एमसीडी चुनाव के साथ ही गुजरात विधानसभा चुनाव कराने को भी आम आदमी पार्टी ने उसके साथ बीजेपी का षड्यंत्र करार दिया है। दिल्ली एमसीडी चुनाव में आदमी पार्टी का आत्मविश्वास सातवे आसमान पर है। यही वजह थी कि आम संयोजक अरविंद केजरीवाल ने चुनाव की देरी के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया था। हालांकि बीजेपी ने तीन एमसीडी को एक कर और परिसीमन अपने हिसाब से कराकर आम आदमी प्रति को काफी घेरा है पर आम आदमी प्रति की मजबूती इस बात से दिखाई दे रही है कि भले ही आम आदमी पार्टी पर पैसे लेकर टिकट देने का आरोप लग रहा हो पर आम आदमी पार्टी के नेता बीजेपी में नहीं जा रहे हैं, जबकि बीजेपी छोड़कर नेता आम आदमी पार्टी का दामन थाम रहे हैं। 

खुद वैश्य समाज के पूर्व दिल्ली अध्यक्ष बिजेंद्र गुप्ता के क्षेत्र से जहां रोहिणी से मंडल अध्यक्ष पंकज गुप्ता अपनी पूरी टीम के साथ आम आदमी पार्टी मे चले गये हैं वहीं मुंडका में भी मंडल अध्यक्ष की टीम ने इस्तीफा दे दिया है।  जहां तक दिल्ली एमसीडी चुनाव के जीतने के लिए बीजेपी और आम आदमी पार्टी की रणनीति की बात है जहां बीजेपी पीएम मोदी के दिल्ली के झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले 3024 लोगों को दिए नए फ्लैट की सौगात का प्रचार करने में लगी है वहीं आम आदमी पार्टी सीएम अरविंद केजरीवाल के उसी दिन महिलाओं को अलग से ‘महिला मोहल्ला क्लीनिक’ की सौगात देने को मुद्दा बनाया है। बीजेपी की नजर जहां दिल्ली में ओबीसी और एससी मतदाताओं पर हैं तो वहीं केजरीवाल ने महिला मतदाताओं को कई तरह की सुविधाओं देने के साथ-साथ साफ-सफाई को प्रमुख मुद्दा बना लिया है। उधर कांग्रेस चुनावी वादों के भरोसे एमसीडी चुनाव लड़ रही है।

एमसीडी चुनाव को ध्यान में रखकर बीजेपी कई रणनीति पर काम कर रही है। दरअसल बीजेपी दिल्ली नगर निगम में पिछले 15 साल से काबिज है और जीत के सिलसिले को बरकरार रखना चाहती है वहीं, आम आदमी पार्टी इस बार बीजेपी को पटखनी देने के मूड में देखी जा रही है।  कांग्रेस ने अपना सियासी वजूद को बचाए रखने की लड़ाई में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। 

यह आम आदमी पार्टी की रणनीति ही थी कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पिछले दिनों गाजीपुर में कूड़े के पहाड़ का दौरा किया था। अरविंद केजरीवाल ने इस बार दिल्ली में कूड़े की सियासत को लेकर बीजेपी को घेरने की पूरी तैयारी कर लिया है। बीजेपी ने  नगर निगम चुनाव से पहले ही 10 लाख से ज्यादा परिवारों से संपर्क साधने का लक्ष्य निर्धारित किया था।  दिल्ली बीजेपी के नेताओं ने  गत दिनों ‘हर घर संपर्क’ अभियान शुरू किया था। इस अभियान के तहत बीजेपी ने दिल्ली के 250 वार्ड के 13 हजार मतदान केंद्रों में से प्रत्येक के 100 घरों में जाकर संपर्क कर केजरीवाल सरकार के कामकाज का मु्द्दा बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया था।  यह अभियान 6 नवंबर तक चला था। 

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