Wednesday, May 8, 2024
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दिल्ली। नारकोटिक्स सेल की बड़ी कामयाबी ,15 साल से फरार ड्रग तस्कर सहित दो गिरफ्तार,5 करोड़ की हीरोइन बरामद  

-दिल्ली दर्पण संवाददाता 

-नारकोटिक्स सेल, क्राइम ब्रांच  ने शातिर ड्रग सप्लायर बिशन सिंह @ नटिया @ अनिल गोयल गिरफ्तार

-गिरफ्तार ड्रग सप्लायर से 2.5 किलो हेरोइन बरामद 

-बरामद हेरोइन की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 5 करोड़ से ज्यादा

-नाम और पहचान बदल कर 15 साल फरार रहा था। 

दिल्ली। दिल्ली पुलिस की  नारकोटिक्स सेल, क्राइम ब्रांच  ने दो शातिर ड्रग डीलरों को गिरफ्तार कर उनके कब्ज़े से 2.5 किलो हीरोइन बरामद की है। अंतराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत 5 करोड़ बताई  जा रही है। दिल्ली में नशे / मादक पदार्थ के कारोबार से जुड़े लोगों के खिलाफ चलाए हुए अभियान के दौरान नारकोटिक्स सेल, क्राइम ब्रांच में तैनात ASI सुधीर कुमार को गुप्त सूचना मिली कि बिशन सिंह नाम का व्यक्ति 31 जुलाई की शाम को राणा प्रताप स्कूल, रिठाला के पास किसी व्यक्ति को हीरोइन सप्लाई करने आएगा। इस सूचना पर इंस्पेक्टर राम मनोहर के नेतृत्व में SI अरविंद,ASI सुधीर कुमार, Cts. राजेन्द्र व राजेश गठित टीम ने एसीपी नारकोटिक्स जे. एन.झा के देखरेख में ट्रैप लगा कर बिशन सिंह को गिरफ्तार किया और 2 किलो हेरोइन बरामद किया। गिरफ्तारी के बाद बिशन सिंह के बताने पर् आधा किलो हीरोइन और भी बरामद हुआ।

 मुल्जिम बिशन सिंह इससे पहले भी हीरोइन सप्लाई करने के चार केस में गिरफ्तार हो चुका है। शुरूआती दिनों में बिशन सिंह अपने भाइयों के साथ शराब  बेचता था लेकिन कम समय में ज्यादा पैसे कमाने के चक्कर में ड्रग्स के धंधे में शामिल हो गया और अपने साथियों के साथ राजस्थान, मध्य प्रदेश और दिल्ली में अन्य ड्रग्स सप्लाई करने वालों से संपर्क बना के नशा खरीद फरोख्त व बेचने का काम करने लगा।
वर्ष 1999 में स्पेशल सेल द्वारा दर्ज एक केस में सजा सुनाए जाने के दौरान ये कोर्ट से गायब हो गया था और अपना नाम बदल कर अनिल कुमार रख लिया और ड्राइवर की नौकरी की और फिर धीर धीरे ट्रांसपोर्ट का काम शुरू कर दिया। इसके बाद वहीं उसने शादी कर ली और 15 साल तक अपनी पहचान छिपाकर ग्वालियर में रहता रहा।  सन 2014 में स्पेशल सेल द्वारा उसे ग्वालियर से गिरफ्तार कर लिया गया और कोर्ट से उसे 10 साल की साझा हुई l सन 2016 में वह फिर जेल से छूट कर आया और ठेकेदारी और लेबर सप्लाई का काम करने लगा। अपने इसी काम की आड़ में बिशन ने फिर से ड्रग सप्लाई का काम शुरू कर दिया। तमाम सावधानी रखने के बाद भी बिशन सिंह नारकोटिक्स सेल क्राइम ब्रांच की टीम के हत्थे चढ़ गया। बिशन से मिली जानकारी से पुलिस नशे के कारोबार में शामिल अन्य लोगो की तलाश कर रही है। 
  नारकोटिक्स सेल, क्राइम ब्रांच की यह के बड़ी कामयाबी है।  

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