Monday, October 14, 2024
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Delhi : राघव चड्ढा ने बीजेपी को दी दस्तखत वाला दस्तावेज दिखाने की चेतावनी 

पत्रकार वार्ता कर कहा – यह युवा का आवाज है दबाई नहीं जा सकती है 

हम केजरीवाल के सिपाही हैं, लड़ेंगे और जीतेंगे भी : संजय सिंह 

दिल्ली दर्पण ब्यूरो 

नई दिल्ली। सेलेक्ट कमेटी के लिए नाम प्रस्तावित करने में बीजेपी द्वारा फर्जी सिग्नेचर का आरोप लगाने के मामले में आप सांसद राघव चड्ढा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि बीजेपी का रवैया यह है कि झूठ को इतनी बार बोलो कि सच बन जाये। बीजेपी उनके बारे में ऐसा बोल रही है कि जैसे उन्होंने कितना बड़ा फर्जीवाड़ा कर लिया है। कौन से जाली दस्तखत कर दिए गए हैं। उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि वह दूध का दूध और पानी का पानी करने के लिए उनके समक्ष आये हैं। उन्होंने कहा कि किस भी सदस्य के खिलाफ विशेषाधिकार समिति कोई कार्यवाही शुरू करती है तो वह शख्स सार्वजनिक बयान नहीं देता। पर बीजेपी का पर्दाफाश करने के लिए उन्हें आना पड़ा है।

राघव चड्ढा राज्य सभा रूल बुक लेकर पहुंचे थे। उन्होंने वह रूल बुक दिखाते हुए कहा कि जिस सदस्य का नाम प्रस्तावित किया जाता है, उसमें हस्ताक्षर नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि फिर साइन की जरूरत कहां थी ?  

उन्होंने कहा कि प्रस्तावित नाम के लिए साइन न लिए जाते हैं और न ही जमा किए जाते हैं तो फिर फर्जी साइन कहां से आ गया ? उन्होंने बीजेपी को चुनौती दी कि यदि उनके पास कोई फर्जी साइन का कोई दस्तावेज है तो फिर दिखाएं। फर्जी साइन की अफवाह न फैलाएं। 

राघव चड्ढा ने यह भी कहा कि अज्ञान का कोई इलाज नहीं। विवादित बिल समिति के पास आता है तो बिल पर मतदान न होकर और चर्चा हो। उसके लिए समिति का गठन होता है। नाम प्रस्तावित किए जाते हैं। जिसे नहीं रहना होता तो वह अपना नाम वापस कर लेता है। 

राघव चड्डा ने उदाहरण देते हुए कहा कि जैसे मेरा जन्मदिन है। मैं दावत देकर पार्टी आयोजित करता हूं। दस लोगों को न्योता देता हूं। 8 लोग स्वीकार लेते हैं। दो नहीं स्वीकारते। या फिर ये कहें कि तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई हमें न्योता देने की। समिति में शामिल करने के लिए न्योता दिया। या फिर पार्टी को दस पत्रकारों का नाम प्रस्तावित किया। मेरे खिलाफ शिकायत दर्ज हुई। संसदीय बुलेटिन विशेषाधिकार समिति को विचार के लिए भेजा गया।

राघव चड्ढा ने यह भी कहा कि कई बड़े नेताओं के खिलाफ कार्यवाही शुरू की गई है । उन्होंने अटल बिहारी वाजपेई, इंदिरा गांधी, मनमोहन सिंह, मोरारजी देसाई,  सुषमा स्वराज और अरुण जेटली का नाम लिया। उन्होंने कहा कि वह भी अब इन दिग्गजों की श्रेणी में आ  गए हैं। वह न्याय की लड़ाई लड़ेंगे। उन्हें विश्वास है कि वह जीतेंगे। 

उन्होंने कहा कि दरअसल सोमवार को दिल्ली के अध्यादेश पर जब उन्होंने बयान दिया तो छह घंटे बाद ही उन पर बीजेपी ने आरोप लगा दिया। उन्होंने कहा कि बीजेपी को नाम प्रस्तावित करने से दिक्कत नहीं है। उन्हें दिक्कत है कि आखिर कार 34 साल के युवा ने हमें खड़े होकर ललकार कैसे दिया। कैसे हमसे सवाल कर लिए ? उन्होंने कहा कि वह तो बीजेपी के दोगला चेहरा बेनकाब करने के लिए बोले हैं। उन्होंने तो दिल्ली वालों के लिए न्याय मांगा है। राघव ने यह भी कहा कि उन्होंने तो लाल कृष्ण आडवाणी और अटल बिहारी वाजपेई के लिए भी न्याय मांगा है। उन्हें एक सप्ताह में यह दूसरा नोटिस मिला है। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष की आवाज दबाई जा रही है। राहुल गांधी की सदस्यता खत्म कर दी थी। संजय सिंह और सुशील कुमार रिंकू को सस्पेंड कर दिया। विपक्ष का माइक बंद कर दिया जाता है। मंत्री धमकी देते हैं तुम्हारे घर ईडी और सीबीआई आ जायेगी। मेरी आवाज को भी दबाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि यह युवा आवाज है। दबेगी नहीं। उन्होंने मीडिया से विनती की कि झूठी खबरें न  दिखाएं,  प्रपोजल फोरजरी के आरोप में वह विशेषाधिकार कमेटी से न्याय मांगेंगे। न्यायपालिका में भी न्याय की गुहार लगाई जाएगी। 

आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि बीजेपी ने नई परंपरा की जो शुरुआत की है। कि जो सरकार के खिलाफ बोले उसकी सदस्यता खत्म कर दो। निलंबित कर दो। उसको बाहर कर दो। एफआईआर दर्ज करा दो। उन्होंने कहा कि फिर बीजेपी वाले क्यों लोकतंत्र का ड्रामा कर रहे हैं। उन्होंने बीजेपी को दुनिया की सबसे बड़ी अफवाह कंपनी करार दिया। गृह मंत्री ने कितना बड़ा झूठ बोला ? फर्जीवाड़ा हो गया। सिग्नेचर कहां से आया ? उन्होंने कहा कि दूसरे नंबर के मंत्री हो। इतना सामान्य ज्ञान तो कार्यवाही के बारे में रखो कि सेलेक्ट कमेटी में किसी भी सदस्य दावा किसी का भी नाम प्रस्तावित किया जा सकता है। इसके किसी सिगनेचर की कोई जरूरत नहीं होती है। कहां से कानून लेकर आए आप ? उन्होंने कहा कि बीजेपी राहुल गांधी की तरह राघव चड्ढा की भी सदस्यता खत्म करना चाहती है। उन्होंने कहा कि वे लोग केजरीवाल के सिपाही हैं। हर हाल में तुमसे लड़ना जानते हैं। जीतना भी जानते हैं और हम लड़ेंगे। यदि हथकंडा अपनाकर  राघव चड्ढा की सदस्यता खत्म की तोराघव फिर से चुनकर आ जायेंगे।

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